इटावा. महाराजा अग्रसेन फिल्म फेस्टिवल में इटावा के युवा फिल्मकार रजत यादव को महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल एचीवमेंट गोल्डन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। कोरोना पैंडेमिक को देखते हुए यह अवार्ड कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किया गया था।

रजत यादव प्रमुख रूप से लघु फिल्मों के निर्देशक हैं जिन्होंने 19 साल की उम्र में ही 15 से भी ज्यादा अवॉर्ड अपने नाम किए हैं। वह 10 से ज्यादा लघु फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं, जिन्हें तमाम प्रतिष्ठित मंचों पर काफी सराहना मिली है।

रजत यादव ने फिल्म लाइन में अपने करियर की शुरुआत प्रोडक्शन डिजाइनर से की थी। उन्होंने कई लघु फिल्मों में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर भी काम किया। अनुभव और फिल्मों की अच्छी समझ हो जाने पर इन्होने अपने प्रोडक्शन हाउस महाकाल फिल्म्स एंड प्रोडक्शन की नींव रखी और अपनी पहली फिल्म दफन का निर्माण किया। इस फिल्म को के. आसिफ इंटरनेशन फिल्म फेस्टिवल में काफी सराहना मिली और फिर इस फिल्म ने चौरी-चौरा फिल्म फेस्टिवल जैसे कई फिल्म फेस्टिवल में अवॉर्ड जीते।



रजत की निर्देशित फिल्म स्वराज और कारवां को शहीद मेला फिल्म फेस्टिवल में 8 अवॉर्ड मिले। इन्हे नेलस फाउंडेशन द्वारा पर्यावरण प्रहरी सम्मान भी प्राप्त है। अब उनकी नई लघु फिल्म यथार्थ आने वाली है।


रजत यादव की उपलब्धियों को देखते हुए महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के फाउंडर गिरजा शंकर उनका चयन गोल्डन अवॉर्ड के लिए किया। इटावा से रजत ही एकमात्र ऐसे निर्देशक है जिन्हे गोल्डन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।



खास बातचीत में युवा निर्देशक रजत यादव ने बताया कि उनके प्रोडक्शन हाउस महाकाल फिल्म्स की तरफ से जल्दी ही नए प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे जिनमें नए कलाकारों को मौका दिया जाएगा।

Manoj Kumar

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